Seniors Citizen Concession – अगर आप या आपके घर में कोई सीनियर सिटीजन है और अक्सर ट्रेन से सफर करते हैं, तो ये खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। रेलवे ने सीनियर सिटीजन की टिकट छूट नीति में बड़ा बदलाव किया है। पहले की तरह अब सभी बुजुर्गों को छूट नहीं मिलेगी, बल्कि ये फायदा अब सिर्फ कुछ खास लोगों को ही मिलेगा।
नई पॉलिसी के मुताबिक, रेलवे ने तय किया है कि अब वही सीनियर सिटीजन छूट के हकदार होंगे जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं या जिन्हें किसी खास कारण से जरूरत है। इसका मकसद रेलवे पर बढ़ रहे खर्च को थोड़ा कंट्रोल करना और सही लोगों तक फायदा पहुंचाना है।
चलिए आपको आसान भाषा में समझाते हैं कि ये नई छूट नीति क्या है, किसे फायदा मिलेगा और क्या-क्या चीजें ध्यान में रखनी होंगी।
अब सभी बुजुर्गों को नहीं मिलेगी छूट
अब तक 60 साल से ऊपर की महिलाओं और 65 साल से ऊपर के पुरुषों को रेलवे टिकट पर छूट मिलती थी। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। रेलवे ने छूट देने के नियम बदल दिए हैं। अब छूट सिर्फ उन्हीं को मिलेगी जो:
- आर्थिक रूप से कमजोर हों
- खास मेडिकल जरूरत रखते हों
- विकलांग हों
- या फिर पूर्व सैनिक हों
बाकी आम वरिष्ठ नागरिकों को अब ये छूट नहीं मिलेगी। यानी अगर आपकी इन कैटेगरी में कोई गिनती नहीं होती, तो आपको टिकट के पूरे पैसे देने होंगे।
किन्हें मिलेगी कितनी छूट?
रेलवे ने छूट का एक टेबल जारी किया है जिसमें अलग-अलग कैटेगरी के बुजुर्गों को अलग-अलग छूट मिलेगी। जैसे:
- आर्थिक रूप से कमजोर बुजुर्गों को 50% की छूट
- जिनकी कोई विशेष जरूरत है उन्हें 40% की छूट
- 60 साल से ऊपर की महिलाओं को 50%
- 65 साल से ऊपर के पुरुषों को 40%
- विकलांग या पूर्व सैनिकों को भी 50%
ये छूट 1 अप्रैल 2023 से 31 मार्च 2024 तक के लिए लागू की गई है। उसके बाद सरकार इस नीति की समीक्षा करेगी।
छूट पाने के लिए क्या जरूरी है?
अगर आप इस छूट का फायदा उठाना चाहते हैं, तो कुछ जरूरी कागजात आपके पास होने चाहिए। जैसे:
- अगर आप आर्थिक रूप से कमजोर हैं, तो सरकारी प्रमाण पत्र देना होगा
- अगर कोई मेडिकल वजह है तो डॉक्टर का सर्टिफिकेट चाहिए
- विकलांग हैं तो उसका भी सरकारी प्रमाण पत्र होना जरूरी है
- पूर्व सैनिक हैं तो सेवा का सर्टिफिकेट देना होगा
बिना इन दस्तावेजों के आपको छूट नहीं मिलेगी।
रेलवे क्यों कर रहा है ये बदलाव?
रेलवे पर हर साल करोड़ों रुपये का बोझ पड़ता है छूट देने के कारण। खासकर कोरोना के बाद से रेलवे को अपनी कमाई में काफी गिरावट देखनी पड़ी। इसलिए अब रेलवे चाहता है कि छूट सिर्फ उन्हीं को मिले जिन्हें उसकी सबसे ज्यादा जरूरत है।
इससे ना सिर्फ रेलवे की कमाई बेहतर होगी बल्कि सही लोगों को सही फायदा भी मिलेगा। सरकार का कहना है कि इस नीति से पारदर्शिता आएगी और सिस्टम ज्यादा टिकाऊ बनेगा।
यात्रा के दौरान सीनियर सिटीजन की सुरक्षा पर भी ध्यान
रेलवे सिर्फ छूट ही नहीं दे रहा, बल्कि बुजुर्ग यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा का भी ध्यान रख रहा है। अब कई स्टेशन पर खास इंतजाम किए जा रहे हैं जैसे:
- सीनियर सिटीजन हेल्प डेस्क
- ज्यादा सीसीटीवी कैमरे
- आरक्षित सीटें
- स्टेशन पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती
- मेडिकल हेल्प की सुविधा
यानी अब सफर के दौरान बुजुर्गों को ज्यादा सुरक्षित और आरामदायक माहौल मिलेगा।
कैसे बुक करें टिकट?
बुजुर्ग यात्री टिकट बुक करने के लिए कई ऑप्शन चुन सकते हैं:
- ऑनलाइन: IRCTC वेबसाइट या ऐप से आसानी से टिकट बुक कर सकते हैं
- स्टेशन पर: टिकट काउंटर से
- एजेंट के जरिए: रेलवे के अधिकृत एजेंट से
- ऑटोमेटिक मशीन: कुछ बड़े स्टेशन पर टिकट वेंडिंग मशीन लगी होती है
- फोन से: रेलवे के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके भी टिकट बुक हो सकता है
बुकिंग करते वक्त अगर आप छूट के लिए पात्र हैं, तो अपने डॉक्युमेंट्स जरूर दिखाएं।
यात्रा के समय सीनियर सिटीजन क्या ध्यान रखें?
- पहले से टिकट बुक कर लें, आखिरी समय पर परेशान न हों
- जरूरी दवाइयां हमेशा साथ रखें
- पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड, पेंशन कार्ड साथ रखें
- खाने-पीने की चीजें खुद साथ रखें, सफर लंबा हो तो खास ध्यान दें
- मोबाइल चार्ज और पावर बैंक तैयार रखें
रेलवे की नई छूट नीति कुछ सीनियर सिटीजन को थोड़ी निराश कर सकती है, लेकिन इसका मकसद साफ है – असली जरूरतमंद तक ही लाभ पहुंचाना और रेलवे की हालत सुधारना। अगर आप या आपके परिवार में कोई बुजुर्ग है जो इस छूट के हकदार हैं, तो जरूर इसका फायदा लें।
सरकार ने ये नीति एक साल के लिए लागू की है, और हो सकता है कि बाद में इसमें और बदलाव हों। इसलिए जो भी अपडेट आए, उसका ध्यान रखें और रेलवे की वेबसाइट या हेल्पलाइन से सही जानकारी लेते रहें।